परम आदरणीय सुहृदजन आप सबके समक्ष यह निवेदित करते हुए अत्यन्त आनंद एवं हर्ष का अनुभव हो रहा है कि प्रभु श्रीराम के जन्म स्थल पर भव्य मन्दिर निर्माण के उपलक्ष्य एवं प्रभु के निज भवन में विराजमान होने के आनंदोत्सव रूप में आयोजित 21 श्री रामार्चन महायज्ञ एवं श्री राम कथा का प्रथम शुभारम्भ आगामी 20 अक्टूबर से 28 अक्टूबर 2023 तक उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, गोमती तट पर स्थित खाटूश्याम मन्दिर, वीरबल साहनी मार्ग के प्रांगण में श्री रामचरणानुरागी सुप्रसिद्ध कथा व्यास एवं धर्माचार्य परमपूज्य स्वामी अमरेश्वरानंद जी महाराज, अयोध्या धाम के श्रीमुख से ।
उपासक को तो जन सेवा के उत्तम कर्म, परहित, परोपकार आदि, ये सब, राम पूजा ही समझनी चाहिये। यह नहीं समझना चाहिये कि यह समय व्यर्थ जाता है। ये तो जप, पाठ, ध्यान, स्वाध्याय की भांति उत्तम कर्म है। इसलिए यह बात बहुत सच्ची कही गई है- "स्वकर्मणा तमभ्यच्र्यसिद्धिंविन्दति मानवः।"
हम आमतौर पर नियमित पूजा सेवाएँ आयोजित करते हैं जहाँ सदस्य प्रार्थना करने, भजन या मंत्र गाने, पवित्र ग्रंथ पढ़ने और महाराज जी से उपदेश या शिक्षाएँ सुनने के लिए एक साथ आते हैं।
हमारा संगठन अक्सर विभिन्न आयु वर्ग के सदस्यों के लिए धार्मिक शिक्षा कार्यक्रम अयोजित करते हैं। इन कार्यक्रमों में धार्मिक शिक्षाओं और धर्मग्रंथों की समझ को गहरा करने के लिए अध्ययन कक्षाएं शामिल हो सकती हैं।
हमारा संगठन चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भावनात्मक समर्थन, आध्यात्मिक सलाह या मार्गदर्शन चाहने वाले सदस्यों को परामर्श सेवाएँ प्रदान कर सकते हैं।
हम सब का यह उत्तरदायित्व है कि हम यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक नागरिक को योग करने का अवसर उपलब्ध हो। जिन्हें आंतरिक शांति प्राप्त हुई है, उन्हें इसे सबके साथ बॉंटना चाहिए।
गुरुदेव का मानना है कि गायों को बीमारी, भूख से मरने और वध से बचाने के लिए सेवा करना और अनुकूल वातावरण, उचित भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना हर इंसान का कर्तव्य है।
हमारा संगठन महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों का आयोजन और जश्न मनाता हैं, अपने सदस्यों को पूजा, स्मरणोत्सव और संगति के कार्यों में एक साथ लाते हैं।